ज़िला किशनगंज मैं पास्पोर्ट का जाँच परताल (verification) पुलिस द्वारा किया जाता है और प्रति पास्पोर्ट 2000₹ लिया जाता है!
ज़िला किशनगंज के अंतर्गत लग भग 10 से 15 थाना आता है, जिस मैं हर महीना लगभग 1000 पास्पोर्ट(passport) का सत्यापन,जाँच परताल यानी (verification)होता है, और एक साल मैं लग भग 12000(बारह हज़ार), पास्पोर्ट का जाँच परताल (verification) पुलिस द्वारा किया जाता है और प्रति पास्पोर्ट 2000₹ लिया जाता है! मेरे से भी लिया था और बोला था ये फ़ीस (fees)ही हे!लेकिन ऐसी कोई बात नहीं है ये verification free मैं होता है! और थाना वाले फ़्री के एक साल मैं लोगों से लगभग 24000000₹ दो करोड़ चालीस लाख रुपया लेता है!
ये पैसा आख़िर किस किस के पास और कहाँ जाता है!
आज तक कोई जनप्रतिनिधि like MP,MLA ध्यान नहीं दिया इसका मतलब ये पैसा भी MLA, MP के पास जाता है और किशनगंज के मासूम जनता को लूटने का काम करता है!
अपने आप को ईमानदार बताने वाले जनप्रतिनिधि कहाँ और किस बिल मैं घुसा रहता है क्यूँ कुछ नहीं करता इसका मतलब तो ये है की पैसे MP,MLA के पास ही जाता है अगर नहीं जाता तो रोकने का काम क्यूँ नहीं करता जवाब चाहिए MP साहब??